Join Youtube

Mgnrega Pashu Shed Yojana: मनरेगा से ₹1.60 लाख की मदद! पशुपालकों को शेड बनाने के लिए मिल रही सरकारी सहायता

मनरेगा पशु शेड योजना के तहत पशुपालकों को पशुओं के लिए सुरक्षित शेड बनाने पर ₹80,000 से ₹1.5 लाख तक की सरकारी सहायता मिलती है। पात्र किसान आधार कार्ड, बैंक पासबुक और जॉब कार्ड के साथ ऑनलाइन या ऑफलाइन आवेदन कर सकते हैं। यह योजना पशुपालकों की आय और पशुओं की देखभाल दोनों को बढ़ावा देती है।

Published On:

भारत में पशुपालन सिर्फ जीविका का साधन नहीं, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। देश के अधिकांश किसान अपनी खेती के साथ-साथ पशुपालन भी करते हैं। लेकिन गर्मी, बरसात या सर्दी के मौसम में पशुओं के लिए एक सुरक्षित और मजबूत शेड (shed) बनवाना अक्सर संभव नहीं हो पाता क्योंकि इसका खर्चा काफी ज्यादा होता है।

इसी को ध्यान में रखते हुए सरकार ने MGNREGA Pashu Shed Yojana यानी मनरेगा पशु शेड योजना शुरू की है, जिसके तहत पशुपालकों को सरकार ₹80,000 से लेकर ₹1.5 लाख तक की सहायता राशि देती है।

क्या है मनरेगा पशु शेड योजना?

इस योजना का उद्देश्य पशुपालकों को उनके पशुओं के लिए मजबूत और छाया-युक्त शेड निर्माण के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करना है। मनरेगा (MGNREGA) जहां ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार सृजन का काम करता है, वहीं अब इसके अंतर्गत पशुपालकों को भी सहायता दी जा रही है ताकि पशुओं के लिए ठहरने, बैठने और खाने-पीने की सुविधाएँ सुनिश्चित की जा सकें।

इस योजना के तहत मिलने वाली राशि से किसान अपने पशुओं के लिए पक्का शेड बनवा सकते हैं — जिससे बारिश, धूप या ठंड का उन पर कोई असर न पड़े। यह योजना ना केवल पशुओं की productivity बढ़ाने में मदद करती है बल्कि किसानों की आमदनी में भी इजाफा करती है।

किन्हें मिलेगा योजना का लाभ

अगर आप एक पशुपालक हैं और अपने पशुओं के लिए सुरक्षित जगह बनाना चाहते हैं, तो नीचे दी गई शर्तें पूरी होने पर आप इस योजना के हकदार बन सकते हैं —

  • आवेदक भारत का स्थायी निवासी होना चाहिए।
  • वह व्यक्ति पशुपालन (Animal husbandry) करता हो।
  • आवेदक की उम्र 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए।
  • पशुपालक के पास अपना या किराये पर ली गई जमीन हो, जहाँ शेड का निर्माण किया जा सके।

यह योजना विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों के उन किसानों और पशुपालकों के लिए है जो मनरेगा कार्ड धारक हैं।

योजना का लाभ और दी जाने वाली राशि

सरकार इस योजना के तहत लाभार्थी पशुपालकों को ₹80,000 से लेकर ₹1,50,000 तक की राशि प्रदान करती है। यह रकम शेड के आकार, निर्माण सामग्री और क्षेत्रीय दरों के अनुसार तय की जाती है। राशि सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में DBT (Direct Benefit Transfer) के माध्यम से भेजी जाती है, ताकि कोई बिचौलिया इसका दुरुपयोग न कर सके।

जरूरी डॉक्यूमेंट्स

योजना के लिए आवेदन करने हेतु कुछ मुख्य दस्तावेज़ों की जरूरत होती है, जो इस प्रकार हैं —

  • आधार कार्ड या पहचान प्रमाण
  • दो पासपोर्ट साइज फोटो
  • आवेदक का बैंक पासबुक (आधार लिंक होना जरूरी है)
  • मोबाइल नंबर (संपर्क और अपडेट्स के लिए)
  • यदि उपलब्ध हो तो MGNREGA जॉब कार्ड या ग्राम पंचायत प्रमाणपत्र

इन दस्तावेजों को आवेदन फॉर्म के साथ जमा करने पर ही योजना का लाभ सुनिश्चित किया जाता है।

ऑनलाइन और ऑफलाइन आवेदन प्रक्रिया

इस योजना का आवेदन प्रक्रिया बेहद आसान है। आप इसे डिजिटल तरीके से भी भर सकते हैं या अपने ब्लॉक कार्यालय में जाकर मैन्युअली जमा कर सकते हैं।

ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया:

  1. सबसे पहले अपने राज्य की मनरेगा विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएँ।
  2. वहाँ “मनरेगा पशु शेड योजना आवेदन फॉर्म (MGNREGA Pashu Shed Application Form)” का विकल्प चुनें।
  3. मांगी गई जानकारी भरें और आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें।
  4. फॉर्म सबमिट करने के बाद एक रसीद (acknowledgment) प्राप्त होगी जिसे भविष्य के लिए सुरक्षित रखें।

ऑफलाइन प्रक्रिया:
जो किसान ऑनलाइन आवेदन नहीं कर सकते, वे अपने ग्राम पंचायत कार्यालयब्लॉक विकास कार्यालय (BDO) या मनरेगा अधिकारी से फॉर्म प्राप्त कर सकते हैं, उसे भरकर आवश्यक दस्तावेजों के साथ जमा करें।

योजना से होने वाले लाभ

इस योजना का फायदा सिर्फ आर्थिक स्तर पर नहीं बल्कि पशुपालकों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने के लिए भी है —

  • पशुओं को वर्षभर उचित तापमान और सुरक्षा मिलती है।
  • दूध उत्पादन और पशुओं की सेहत में सुधार होता है।
  • सरकारी सहायता से खर्च का बोझ कम होता है।
  • ग्रामीण रोजगार को भी बढ़ावा मिलता है क्योंकि निर्माण कार्य मनरेगा के अंतर्गत होता है।

Leave a Comment

🔥 वायरल विडिओ देखें