मध्य प्रदेश सरकार ने ग्रामीण इलाकों की मेधावी बेटियों के लिए “गांव की बेटी स्कॉलरशिप योजना 2024” शुरू की है। इस योजना का उद्देश्य गांवों की छात्राओं को उच्च शिक्षा के लिए प्रेरित करना और उनके सपनों को साकार करने में आर्थिक मदद देना है। योजना के तहत योग्य छात्राओं को हर महीने ₹500 की छात्रवृत्ति दी जाती है, जो कुल 10 महीने तक यानी ₹5000 सालाना होती है।

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योजना की विशेषताएं
इस योजना के माध्यम से राज्य सरकार चाहती है कि ग्रामीण क्षेत्र की प्रतिभाशाली लड़कियाँ आर्थिक समस्या के कारण अपनी पढ़ाई अधूरी न छोड़ें। यह योजना 2005 से लगातार लागू है और हजारों बेटियों को इसका लाभ मिल चुका है। शिक्षा के साथ आत्मनिर्भरता और सशक्तिकरण की दिशा में यह एक प्रेरक कदम है।
कौन ले सकता है लाभ?
“गांव की बेटी स्कॉलरशिप योजना” का लाभ पाने के लिए छात्राओं को कुछ नियमों का पालन करना आवश्यक है:
- आवेदक मध्य प्रदेश की स्थायी निवासी होनी चाहिए।
- छात्रा ग्रामीण क्षेत्र की निवासी हो।
- 12वीं कक्षा में कम से कम 60% अंक प्राप्त किए हों।
इन मापदंडों को पूरा करने वाली कोई भी बालिका आगे की पढ़ाई के लिए इस योजना में आवेदन कर सकती है।
ज़रूरी दस्तावेज
आवेदन से पहले छात्राओं को निम्नलिखित दस्तावेज तैयार रखने होंगे:
- आधार कार्ड
- बैंक खाते की पासबुक
- निवास प्रमाण पत्र
- आय प्रमाण पत्र
- समग्र आईडी
- पासपोर्ट साइज फोटो
- मोबाइल नंबर
- 12वीं की मार्कशीट
आवेदन कैसे करें?
इस योजना का पूरा आवेदन ऑनलाइन किया जा सकता है। प्रक्रिया सरल है और इसे छात्राएं घर बैठे पूरी कर सकती हैं:
- वेबसाइट scholarshipportal.mp.nic.in पर जाएं।
- “Schemes of Higher Education Department” सेक्शन में जाएं।
- “Registration for Gaon Ki Beti Yojna 2024” पर क्लिक करें।
- नई आवेदनकर्ता के रूप में “New Applicant” चुनें।
- अपनी समग्र आईडी (Samagra ID) दर्ज कर सत्यापन करें।
- मांगी गई जानकारी भरें और सबमिट करें।
- लॉगिन के बाद ऑनलाइन फॉर्म भरकर सेव करें और उसका प्रिंट निकालें।
योजना का महत्व
यह योजना सिर्फ आर्थिक सहायता नहीं है, बल्कि ग्रामीण बेटियों के आत्मविश्वास और शिक्षा के अधिकार को भी मज़बूत करती है। पढ़ाई में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली बालिकाएं इस योजना के ज़रिए आगे चलकर समाज में मिसाल बन सकती हैं।
















