भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) दशकों से भारतीय निवेशकों की पहली पसंद रहा है। बहुत कम लोग जानते हैं कि बीमा योजनाओं से परे LIC निवेशकों के लिए सुरक्षित फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) योजना भी प्रदान करता है। यह योजना खास तौर पर उन लोगों के लिए बनाई गई है जो बिना किसी जोखिम के निश्चित रिटर्न चाहते हैं।

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एलआईसी एफडी स्कीम क्या है?
एलआईसी की फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम को LIC Housing Finance Limited (LIC HFL) संचालित करता है। यह एक कॉर्पोरेट एफडी है जो निवेश पर निश्चित ब्याज दर के साथ सुरक्षित रिटर्न सुनिश्चित करती है।
इसमें आप अपनी राशि एक तय अवधि के लिए जमा करते हैं और उस पर नियमित ब्याज अर्जित करते हैं।
निवेश और ब्याज दरें
एलआईसी एफडी स्कीम की शर्तें निवेशकों की विभिन्न जरूरतों को ध्यान में रखकर तय की गई हैं।
- न्यूनतम निवेश राशि: ₹1,00,000
- अधिकतम जमा सीमा: कोई सीमा नहीं
- ब्याज दरें: 7.25% से 7.75% प्रति वर्ष
- वरिष्ठ नागरिकों के लिए अतिरिक्त ब्याज: 0.25%
- निवेश अवधि: 1 वर्ष से 5 वर्ष तक
उदाहरण के लिए, ₹25 लाख की एफडी पर 7.8% ब्याज दर होने पर निवेशक को प्रति माह लगभग ₹16,250 की आय मिलती है, यानी सालाना ₹1,95,000 तक का सुनिश्चित रिटर्न।
ब्याज भुगतान का विकल्प
लिक्विडिटी की जरूरत रखने वाले निवेशकों के लिए यह स्कीम विशेष रूप से उपयोगी है, क्योंकि इसमें मासिक ब्याज भुगतान की सुविधा मिलती है। यानी निवेशक हर महीने नियमित आय प्राप्त कर सकते हैं, जो रिटायर्ड व्यक्तियों या नियमित कैश फ्लो चाहने वालों के लिए आदर्श है।
टैक्स लाभ और छूट के विकल्प
अगर आप एलआईसी एफडी में 5 साल की अवधि के लिए निवेश करते हैं, तो आप आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत टैक्स छूट का दावा कर सकते हैं।
इसके अलावा, अगर आपकी सालाना ब्याज आय ₹40,000 से कम है, तो फॉर्म 15G या 15H जमा करके TDS छूट का लाभ भी उठाया जा सकता है।
आवश्यक दस्तावेज
एलआईसी एफडी खोलने की प्रक्रिया सरल और सहज है। निवेश शुरू करने के लिए निम्न दस्तावेज आवश्यक हैं:
- पहचान प्रमाण (आधार या पैन कार्ड)
- पते का प्रमाण
- पासपोर्ट साइज फोटो
- बैंक खाते का विवरण
इन दस्तावेजों के साथ आप LIC HFL की नज़दीकी शाखा में जाकर फॉर्म भर सकते हैं। निवेश पूरा होने पर आपको एफडी सर्टिफिकेट जारी किया जाता है।
लोन और समयपूर्व निकासी की सुविधा
निवेशकों के लिए लिक्विडिटी बनाए रखने हेतु LIC FD पर लोन सुविधा भी दी जाती है।
- 6 महीने पूरे होने के बाद एफडी के बदले लोन लिया जा सकता है।
- 3 महीने बाद समयपूर्व निकासी की अनुमति है, हालांकि 6 महीने से पहले निकासी पर कोई ब्याज नहीं मिलता।
एलआईसी एफडी स्कीम के प्रमुख लाभ
- सुरक्षा और भरोसा: सरकारी संस्थान होने के कारण जोखिम न के बराबर।
- आकर्षक रिटर्न: 7.25% – 7.75% वार्षिक ब्याज दर।
- वरिष्ठ नागरिकों के लिए बोनस ब्याज।
- नियमित मासिक आय की सुविधा।
- टैक्स में छूट (80C के तहत)।
- शॉर्ट और लॉन्ग टर्म अवधि दोनों उपलब्ध।
- एफडी पर लोन और आंशिक निकासी की सुविधा।
- उच्च निवेश सीमा, बड़े निवेशकों के लिए उपयुक्त।
















