हर महीने बिजली बिल देखकर सिरदर्द हो जाता है? अगर बिल में गलती लगे या राशि जरूरत से ज्यादा हो, तो अब दफ्तर के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं। एक सरल व्हाट्सएप मैसेज से ही आपकी शिकायत दर्ज हो जाएगी और जल्द समाधान मिलेगा। यह नई डिजिटल सुविधा उपभोक्ताओं के लिए वरदान साबित हो रही है।

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क्यों बढ़ जाता है बिजली बिल?
कई बार मीटर रीडिंग गलत हो जाती है या अनुमानित बिल ज्यादा आता है। गर्मियों में एसी-कूलर चलने से खपत बढ़ती है, लेकिन बिना जांच के भुगतान न करें। पुराने मीटर की खराबी या चोरी का शक भी कारण हो सकता है। पहले खुद बिल की डिटेल्स चेक करें, जैसे यूनिट्स और दरें। अगर संदेह हो, तो तुरंत शिकायत करें ताकि ब्याज न लगे।
राष्ट्रीय हेल्पलाइन, सबसे आसान विकल्प
सबसे पहले 8800001915 नंबर को व्हाट्सएप पर सेव करें। ऐप खोलें, नया चैट शुरू करें और ‘Hi’ भेजें। मेन्यू में ‘Register Grievance’ चुनें। नाम, मोबाइल, राज्य, जिला और समस्या का विवरण भरें। बिल नंबर या मीटर नंबर जोड़ें। कुछ ही मिनटों में ट्रैकिंग आईडी मिलेगी, जिससे स्टेटस पता चलेगा। यह सेवा पूरे देश में 24 घंटे चलती है।
राज्य स्तर पर लोकल नंबर अपनाएं
अपने इलाके के बिजली विभाग का नंबर इस्तेमाल करें, तो और तेज रिस्पॉन्स मिलेगा। उत्तर प्रदेश में कई डिस्कॉम हैं, जिनके अलग-अलग चैटबॉट हैं। दिल्ली-एनसीआर में भी सुविधा उपलब्ध है।
- उत्तर प्रदेश (PUVVNL): 8010968292
- दक्षिणांचल (DVVNL): 8010957826
- मध्यांचल (MVVNL): 8010924203
- BSES यमुना पावर: 8745999808
इन पर ‘Hi’ भेजकर सेवाएं चुनें। बिल चेक, रीडिंग अपडेट या मीटर समस्या सब कुछ हो जाता है।
शिकायत के बाद क्या करें?
ट्रैकिंग आईडी नोट करें और 24-48 घंटे में फॉलो-अप मैसेज भेजें। अगर मीटर चेक जरूरी हो, तो फोटो संलग्न करें। बिल कम करने के लिए ऊर्जा बचत के टिप्स अपनाएं: LED बल्ब लगाएं, स्टैंडबाय मोड बंद रखें। सोलर रूफटॉप योजना से लंबे समय में बिल शून्य कर सकते हैं। नियमित चेक से परेशानी कम रहेगी।
फायदे जो बदल देंगे आपकी जिंदगी
यह सिस्टम समय बचाता है, पैसे की बचत करता है। पहले घंटों लाइन में लगना पड़ता था, अब मोबाइल से सब मैनेज। लाखों उपभोक्ता इसका फायदा उठा चुके हैं। अगर समस्या न सुलझे, तो टोल-फ्री 1912 पर कॉल करें। डिजिटल भारत की यह पहल घर-घर पहुंच रही है। आज ही नंबर सेव करें और चिंता मुक्त रहें!
















