हर महीने सस्ता अनाज पाने वाले करोड़ों परिवारों के लिए यह खबर बेहद अहम है। राशन कार्ड पर ई-केवाईसी न होने से लाभ रुक सकता है। घर बैठे मोबाइल से ही यह काम आसानी से हो जाता है, बिना किसी झंझट के।

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ई-केवाईसी क्यों अनिवार्य बनी?
राशन वितरण प्रणाली को मजबूत बनाने के लिए सरकार ने आधार से जोड़ना जरूरी कर दिया है। इससे फर्जी नाम हटेंगे और सही जरूरतमंदों तक अनाज पहुंचेगा। हर पांच साल में यह अपडेट दोहराना पड़ता है, क्योंकि पुरानी जानकारी गलत साबित हो सकती है। देरी करने पर कार्ड निष्क्रिय हो सकता है, जिससे गेहूं-चावल जैसी जरूरी चीजें महंगी पड़ेंगी।
घर बैठे मोबाइल से करें
सबसे पहले गूगल प्ले स्टोर से मेरा ई-केवाईसी ऐप डाउनलोड करें। ऐप खोलकर अपना राज्य चुनें और आधार नंबर डालें। मोबाइल पर आए ओटीपी से सत्यापन करें, फिर चेहरा स्कैन कर लें – पूरा काम दो मिनट में खत्म। हर परिवार के सदस्य को अलग-अलग करना होगा, ताकि सभी का डेटा सही रहे। अगर ऐप में दिक्कत हो तो नजदीकी राशन दुकान पर जाकर भी करवा सकते हैं।
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स्टेटस चेक करने का आसान तरीका
ऐप में ही आधार डालकर देख लें – हरा निशान लगे तो सब सही। राज्य के खाद्य विभाग की वेबसाइट पर राशन कार्ड नंबर से भी पुष्टि करें। कई जगहों पर दिसंबर तक समय बढ़ा दिया गया है, लेकिन जल्दी करना बेहतर। उत्तराखंड जैसे राज्यों में दुकानों पर भी सुविधा जारी है।
समय पर अपडेट के बड़े फायदे
ई-केवाईसी से न सिर्फ मासिक राशन सुरक्षित रहेगा, बल्कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना जैसे लाभ भी बिना रुकावट मिलेंगे। पूरे देश में कहीं भी राशन ले सकेंगे, क्योंकि डेटा ऑनलाइन जुड़ जाता है। देर न करें, क्योंकि अंतिम तारीख नजदीक आ रही है और भीड़ बढ़ेगी। आज ही शुरू कर दें, परिवार की खाद्य सुरक्षा खुद संभालें।
















