अब घर बनाने वालों के चेहरे पर मुस्कान आ गई है। हाल ही में लागू हुई नई जीएसटी नीति ने निर्माण सामग्री के दामों पर ब्रेक लगा दिया। सरिया, सीमेंट और बालू जैसे बुनियादी सामानों की कीमतें घटीं, जिससे मकान मालिकों को लाखों रुपये की बचत हो रही है। ये बदलाव आम आदमी के लिए राहत की सांस लेकर आए हैं।

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नई टैक्स स्लैब, पुरानी दरों से कितना फर्क?
पहले निर्माण सामग्री पर ऊंचा टैक्स लगता था, जो लागत को बढ़ा देता था। अब सीमेंट और सरिया पर जीएसटी 18% तक सीमित हो गया। बालू जैसी प्राकृतिक सामग्री पर भी कर की मार कम हुई। इससे बाजार में तुरंत असर दिखा – दुकानदारों ने दाम घटाने शुरू कर दिए। एक सामान्य प्रोजेक्ट में ये कमी कुल खर्च को 4% तक नीचे ला रही है।
सामग्री के दामों में आई गिरावट
सीमेंट की एक बोरी, जो पहले 350 रुपये से ऊपर थी, अब 300 के आसपास मिल रही। सरिया का 10 किलो का बंडल 500 रुपये से घटकर 450 हो गया। बालू का ट्रक लोड पहले 20 हजार का था, जो अब 18 हजार तक सस्ता हो गया।
- सीमेंट बोरी: 30-40 रुपये प्रति यूनिट की कमी।
- सरिया क्विंटल: 400-500 रुपये सस्ता।
- बालू क्यूबिक मीटर: 200-300 रुपये घटी कीमत।
ये आंकड़े स्थानीय बाजारों से लिए गए हैं, जहां उपभोक्ता सीधे फायदा उठा रहे। छोटे-बड़े निर्माण कार्यों में ये बदलाव बड़ा अंतर पैदा कर रहे।
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मकान मालिकों को कितनी बचत? गणना समझें
मान लीजिए एक 1000 वर्ग फुट का घर बनाना है। इसमें 800 बोरी सीमेंट, 50 क्विंटल सरिया और 200 क्यूबिक मीटर बालू लगेगा। पुरानी दरों पर कुल सामग्री खर्च 15 लाख। नई दरों से ये घटकर 14.3 लाख रह जाएगा – यानी 70 हजार की सीधी बचत। बिल्डर भी अब प्रोजेक्ट सस्ते में चला पा रहे, जिससे फ्लैट की कीमतें नीचे आने की उम्मीद। ग्रामीण इलाकों में जहां खुद का मकान बनवाना आम है, वहां ये राहत और भी ज्यादा काम आ रही।
बिल्डिंग इंडस्ट्री को मिला बूस्ट
रियल एस्टेट सेक्टर में हलचल मच गई। अफोर्डेबल हाउसिंग प्रोजेक्ट तेजी से आगे बढ़ रहे। मजदूरों को भी ज्यादा काम मिलेगा। सरकार का ये कदम आर्थिक विकास को गति देगा। लेकिन विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि जल्दी सामग्री खरीद लें, क्योंकि वैश्विक बाजार की वजह से दाम फिर बढ़ सकते।
कब और कैसे उठाएं फायदा? टिप्स
अभी निर्माण शुरू करने का सही समय है। लोकल सप्लायर से कोटेशन लें और बल्क में खरीदें। गुणवत्ता पर ध्यान दें – सस्ते दाम में नकली माल न लें। सरकारी पोर्टल पर नई दरें चेक करें। इससे न सिर्फ पैसे बचेंगे, बल्कि सपनों का घर जल्दी बन जाएगा। ये बदलाव लाखों परिवारों के लिए खुशी का पैगाम लेकर आए हैं।
















