सरकार ने जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र की पूरी प्रक्रिया को डिजिटल बना दिया है। अब घर बैठे मोबाइल या कंप्यूटर से कुछ ही मिनटों में ये जरूरी कागज तैयार हो जाएंगे। यह कदम नागरिकों की सुविधा बढ़ाने और पेपरवर्क कम करने के लिए उठाया गया है, जिससे लाखों लोग फायदा उठा सकेंगे।

Table of Contents
अक्टूबर 2023 के बाद जन्मे बच्चों का नया नियम
अक्टूबर 2023 के बाद पैदा हुए हर बच्चे के लिए जन्म प्रमाण पत्र अब एकमात्र मान्य दस्तावेज होगा। पासपोर्ट बनवाने, स्कूल में दाखिला, सरकारी नौकरी या शादी जैसे हर काम में यही कागज चलेगा, कोई दूसरा विकल्प नहीं। इससे पहले जन्मे लोगों के पुराने दस्तावेज अभी भी वैध रहेंगे, लेकिन नए नियम से पारदर्शिता बढ़ेगी। यह बदलाव पहचान संबंधी धोखाधड़ी रोकने में मदद करेगा।
ऑनलाइन आवेदन की आसान प्रक्रिया
सबसे पहले crsorgi.gov.in जैसी आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं और मोबाइल नंबर से रजिस्टर करें। ओटीपी वेरिफाई करने के बाद लॉगिन हो जाएगा। जन्म या मृत्यु की डिटेल्स भरें- नाम, तारीख, जगह, माता-पिता का नाम और पता। जरूरी दस्तावेज जैसे आधार कार्ड या अस्पताल का सर्टिफिकेट अपलोड करें। फीस ऑनलाइन चुकाने के बाद 24 से 72 घंटे में ई-सर्टिफिकेट डाउनलोड करने को मिलेगा। राज्य स्तर के पोर्टल भी इसी तरह काम करते हैं।
यह भी पढ़ें- GST के बाद सरिया-सीमेंट-बालू हुए सस्ते! मकान बनाने वालों की हुई मौज, नई दरें देखकर खुश हो जाएंगे
क्यों जरूरी है समय पर रजिस्ट्रेशन?
जन्म के 21 दिनों के अंदर या मृत्यु की तुरंत सूचना देना अनिवार्य है, वरना देरी पर जुर्माना लग सकता है। ये डिजिटल प्रमाण पत्र आधार, वोटर कार्ड से लिंक होते हैं, जो आगे चलकर हर सरकारी काम आसान बनाते हैं। घरेलू जन्म या देरी के केस में भी ऑनलाइन सुधार की सुविधा उपलब्ध है। इससे फर्जी कागजात का चलन रुकेगा।
बड़े फायदे और कुछ सावधानियां
यह सिस्टम समय बचाता है, कतारों से छुटकारा दिलाता है और हर जगह इस्तेमाल हो सकता है। गलत एंट्री सुधारने के लिए अलग आवेदन भरें। राज्यवार थोड़े बदलाव हो सकते हैं, इसलिए आधिकारिक साइट ही चेक करें। हमेशा सही जानकारी दें ताकि कोई परेशानी न हो।

















