दिल्ली से देहरादून का सफर जल्द ही पहले से कहीं आसान, तेज़ और आरामदायक होने वाला है। छह लेन का नया दिल्ली–देहरादून एक्सप्रेसवे अपने अंतिम चरण में पहुंच चुका है और पूरी तरह शुरू होने के बाद कार चालकों को दिल्ली से दून पहुंचने में महज ढाई घंटे का समय लगेगा। हालांकि इस प्रीमियम सफर के लिए यात्रियों को टोल टैक्स के रूप में कुछ अतिरिक्त खर्च उठाना पड़ेगा।

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दिल्ली से देहरादून जाने पर देना होगा लगभग ₹670 टोल
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने एक्सप्रेसवे के लिए टोल दरों का प्रस्ताव तैयार कर लिया है। फिलहाल ये दरें प्रस्तावित हैं, और इनके लागू होने की संभावना एक्सप्रेसवे के पूरी तरह शुरू होते ही है।
प्रस्ताव के अनुसार, दिल्ली से देहरादून तक कार से सफर का टोल लगभग ₹670 होगा। वहीं, हल्के मालवाहक वाहनों के लिए यह ₹1085 और बस-ट्रक जैसे भारी वाहनों के लिए करीब ₹2275 तक हो सकता है।
ट्रायल के लिए खुला पहला चरण
एक्सप्रेसवे का पहला हिस्सा फिलहाल ट्रायल के तौर पर चालू किया गया है। यह खंड दिल्ली के अक्षरधाम मंदिर से बागपत के मवीकला गांव (खेकड़ा के पास) तक फैला हुआ है, जिसकी लंबाई करीब 31.6 किलोमीटर है। इस हिस्से पर अभी टोल वसूली शुरू नहीं हुई है, ताकि यात्रियों को मार्ग का अनुभव मिल सके और तकनीकी जांच की जा सके।
दिल्ली से देहरादून तक टोल दरों का अनुमान
| चरण | कार | हल्के मालवाहक वाहन | बस/ट्रक |
|---|---|---|---|
| दिल्ली से काठा | ₹232 | ₹376 | ₹788 |
| दिल्ली से रसूलपुर | ₹417 | ₹676 | ₹1418 |
| दिल्ली से गणेशपुर | ₹563 | ₹912 | ₹1912 |
| दिल्ली से देहरादून | ₹670 | ₹1085 | ₹2275 |
₹12 हजार करोड़ में तैयार हो रहा आधुनिक एक्सप्रेसवे
करीब ₹12,000 करोड़ की लागत वाला यह एक्सप्रेसवे 212 किलोमीटर लंबा ग्रीनफील्ड प्रोजेक्ट है। इसे चार खंडों में बनाया जा रहा है।
दिल्ली से शुरू होकर यह रोड लोनी, बागपत, मुजफ्फरनगर, शामली और सहारनपुर होते हुए देहरादून तक पहुंचेगा। मार्ग में 5 टोल प्लाजा और 12 इंटरचेंज पॉइंट बनाए जा रहे हैं जिससे लोकल ट्रैफिक के लिए भी कनेक्टिविटी आसान होगी।
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दिल्ली-एनसीआर और पश्चिम यूपी को मिलेगा बड़ा फायदा
एक्सप्रेसवे के पहले चरण के खुलने से दिल्ली, गाजियाबाद और बागपत के बीच यात्रा का समय काफी घट गया है। इसके चालू होने से उत्तराखंड पर्यटन, औद्योगिक विकास और आसपास के जिलों में आर्थिक गतिविधियों को नया बल मिलेगा। अक्षरधाम से मवीकला तक यात्रा अब सुगम हो गई है और भविष्य में यह मार्ग देहरादून तक निर्बाध सफर की सुविधा देगा।
कुछ हिस्सों में काम अभी जारी
एक्सप्रेसवे का अधिकांश निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है, मगर गाजियाबाद और बागपत क्षेत्र के कुछ हिस्सों में अभी सुधार कार्य जारी हैं।
कई जगहों पर स्ट्रीट लाइटें, रैंप और सर्विस रोड से जुड़ी समस्याएं सामने आ रही हैं, जिन पर NHAI जल्द समाधान की दिशा में काम कर रहा है।
यात्रा का नया अनुभव जल्द होगा शुरू
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे खुलने के बाद यात्रा का अनुभव पूरी तरह बदलेगा। एक्सप्रेसवे की हाई-स्पीड लेन, सुरक्षित डिजाइन और समय की बचत इसे यात्रियों के लिए नया आकर्षण बनाएंगे। एनएचएआई के अनुसार, 2026 तक पूरा मार्ग आम लोगों के लिए खोल दिया जाएगा।
















