
आज के डिजिटल इंडिया में आधार कार्ड सिर्फ एक पहचान पत्र नहीं, बल्कि हर व्यक्ति की डिजिटल पहचान बन गया है। बैंक खाता खोलने से लेकर सिम कार्ड लेने, टैक्स फाइल करने, सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने, या फिर किसी भी सरकारी सेवा तक पहुंचने में Aadhaar जरूरी हो गया है। लेकिन कई बार लोग अनजाने में या कभी-कभी जानबूझकर आधार में गलत जानकारी भर देते हैं — और यही छोटी-सी गलती बड़ी परेशानी का कारण बन सकती है।
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गलत जानकारी देना है कानूनी अपराध
अगर आप सोचते हैं कि Aadhaar में गलत नाम, पता या जन्मतिथि दर्ज करवाना कोई मामूली गलती है, तो ज़रा संभल जाइए। Aadhaar Act, 2016 के मुताबिक यह सीधा अपराध की श्रेणी में आता है। कोई भी व्यक्ति जानबूझकर गलत विवरण दर्ज करता है या किसी और की पहचान का इस्तेमाल करके आधार बनवाने की कोशिश करता है, तो यह फ्रॉड (Fraud) माना जाएगा।
कई लोग किसी दूसरे व्यक्ति के दस्तावेज़ या फोटो का उपयोग करके आधार बनवाने की कोशिश करते हैं या गलत पता दर्ज करते हैं। यह न केवल अवैध है बल्कि इससे आपको कानूनी सजा भी हो सकती है। UIDAI (Unique Identification Authority of India) ऐसे मामलों में कड़ी कार्रवाई कर सकता है।
धारा 38 और 39 में सजा का प्रावधान
Aadhaar Act में अलग-अलग धाराओं के अंतर्गत गलत उपयोग और जानकारी छिपाने वालों के खिलाफ सजा का प्रावधान है।
- धारा 38: अगर कोई व्यक्ति जानबूझकर गलत जानकारी देता है या किसी दूसरे की Aadhaar डिटेल्स का उपयोग करता है, तो उसे ₹10,000 से ₹1,00,000 तक का जुर्माना और तीन साल तक की जेल की सजा हो सकती है।
- धारा 39: अगर कोई व्यक्ति बिना अनुमति के किसी दूसरे की Aadhaar जानकारी इकट्ठा करता है, शेयर करता है या बेचने की कोशिश करता है, तो यह भी अपराध है। इसके लिए भी तीन साल तक की सजा और जुर्माना तय है।
यह प्रावधान कंपनियों, एजेंटों या किसी भी व्यक्ति पर लागू होता है जो किसी की निजी Aadhaar जानकारी का गलत इस्तेमाल करने की कोशिश करता है।
आधार फ्रॉड से खुद को ऐसे बचाएं
एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में हमें अपने Aadhaar से जुड़ी जानकारी को सुरक्षित रखना चाहिए।
- गलत जानकारी न भरें: किसी भी ऑनलाइन या ऑफलाइन फॉर्म में सटीक जानकारी ही दें।
- फर्जी दस्तावेज़ का प्रयोग न करें: किसी दूसरे व्यक्ति की फोटो या सर्टिफिकेट का इस्तेमाल कभी न करें।
- आधार डिटेल्स साझा करने में सावधानी बरतें: किसी भी अनऑथराइज़्ड वेबसाइट या एजेंट को अपना Aadhaar नंबर या बायोमेट्रिक डिटेल न दें।
- मोबाइल से लिंक रखें: सुनिश्चित करें कि आपका मोबाइल नंबर आधार से लिंक हो ताकि UIDAI से आने वाले OTP या बदलाव की सूचना आपको मिल सके।
इसके अलावा, mAadhaar App या UIDAI की ऑफिशियल वेबसाइट (uidai.gov.in) पर जाकर समय-समय पर “Aadhaar Activity Log” ज़रूर चेक करें। इससे किसी भी अनधिकृत गतिविधि का तुरंत पता चल सकता है।
अगर Aadhaar का गलत इस्तेमाल हुआ है तो क्या करें
अगर आपको शक है कि आपके Aadhaar Card का गलत उपयोग हुआ है या आपकी जानकारी बिना अनुमति के बदली गई है, तो तुरंत कदम उठाएं। आप UIDAI के टोल-फ्री नंबर 1947 पर कॉल कर सकते हैं या ईमेल भेज सकते हैं — help@uidai.gov.in पर। UIDAI आपकी शिकायत की जांच करता है और जरूरत पड़ने पर आपका आधार लॉक कर सकता है या अपडेट की सुविधा दे सकता है।
















