सड़कों पर ट्रैफिक पुलिस की नजरें तेज हो गई हैं। हर गाड़ी के लिए PUC सर्टिफिकेट अनिवार्य है, वरना हजारों रुपये का चालान और परेशानी निश्चित। दिल्ली-एनसीआर जैसे इलाकों में तो पेट्रोल पंप पर भी बिना PUC के ईंधन बंद। लेकिन चिंता मत कीजिए, मोबाइल फोन से घर बैठे ये काम मिनटों में हो जाता है।

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PUC क्या है और क्यों जरूरी?
PUC यानी पॉल्यूशन अंडर कंट्रोल सर्टिफिकेट आपके वाहन का प्रदूषण प्रमाणपत्र है। ये बताता है कि आपकी गाड़ी से निकलने वाले धुएं में कार्बन मोनोऑक्साइड और हाइड्रोकार्बन की मात्रा तय सीमा से कम है। मोटर व्हीकल एक्ट के मुताबिक हर पेट्रोल-डीजल या CNG गाड़ी के लिए ये जरूरी है। बिना इसके चलाई तो पहली बार 1000 रुपये, दूसरी बार 2000 रुपये जुर्माना। कुछ शहरों में 10,000 तक भी पहुँच सकता है। पर्यावरण बचाने के साथ कानूनी सुरक्षा भी मिलती है। इंश्योरेंस रिन्यूअल के लिए भी ये मांगा जाता है।
पुराना PUC चेक और डाउनलोड कैसे करें?
सबसे पहले मोबाइल ब्राउजर में puc.parivahan.gov.in खोलें। होम पेज पर ‘PUC Details’ का ऑप्शन दिखेगा। अपना वाहन रजिस्ट्रेशन नंबर डालें, जैसे DL12AB1234। चेसिस नंबर के आखिरी 5 अंक और कैप्चा कोड भरें। सर्च बटन दबाते ही सारी डिटेल्स स्क्रीन पर आ जाएंगी। वैलिड PUC दिखे तो ‘Download PDF’ पर क्लिक कर लें। ये फाइल फोन में सेव हो जाएगी। पुलिस चेकिंग में डिजिटल कॉपी दिखा सकते हैं। वैलिडिटी खत्म होने पर रिमाइंडर भी मिल जाता है।
नया PUC बनवाने का सुपर आसान तरीका
अगर PUC एक्सपायर हो गया तो पहले नजदीकी PUC सेंटर ढूंढें। उसी वेबसाइट पर ‘PUC Centre List’ सर्च करें, पिनकोड डालकर लोकेशन मिल जाएगी। गाड़ी लेकर जाएं, उत्सर्जन टेस्ट करवाएं। फीस सिर्फ 50-100 रुपये। टेस्ट पास होते ही सेंटर ऑनलाइन अपलोड कर देगा। घर लौटकर वही वेबसाइट से डाउनलोड करें। दोपहिया के लिए 6 महीने, कार के लिए 1 साल वैलिड रहता है। नई गाड़ी खरीदने पर भी 30 दिनों में PUC करवाना पड़ता है।
चालान से बचने के स्मार्ट टिप्स
- हर महीने PUC वैलिडिटी चेक करें, कैलेंडर में रिमाइंडर सेट कर लें।
- पेंडिंग ई-चालान साफ करें, वरना नया PUC नहीं बनेगा।
- वॉलेट ऐप या गूगल ड्राइव में डिजिटल PUC रखें, प्रिंट की जरूरत नहीं।
- पुरानी गाड़ी हो तो सर्विसिंग करवाएं, टेस्ट आसानी से पास हो जाएगा।
- फैमिली मेंबर्स को भी अपनी गाड़ियों का PUC अपडेट करवाएं।
ट्रैफिक नियमों का पालन करें, साफ हवा लें और चालान का झंझट भूलें। आज ही शुरू करें, कल ट्रैफिक पुलिस को थैंक्स बोलेंगे!
















