भारतीय सेना ने युवाओं के लिए एक अनोखा इंटर्नशिप प्रोग्राम शुरू किया है, जहां तकनीकी क्षेत्रों में काम करते हुए रोजाना 1000 रुपये कमाए जा सकते हैं। यह 75 दिनों का प्रोग्राम इंजीनियरिंग छात्रों को रक्षा परियोजनाओं पर व्यावहारिक अनुभव प्रदान करता है। दिल्ली या बेंगलुरु जैसे स्थानों पर काम का मौका मिलेगा, जो करियर को नई दिशा देगा।

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योग्यता मानदंड
इस प्रोग्राम में बीटेक या एमटेक के अंतिम वर्ष के छात्र हिस्सा ले सकते हैं, खासकर कंप्यूटर साइंस, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डेटा साइंस और इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे विषयों में। एमटेक या पीएचडी स्कॉलर्स भी आवेदन कर सकते हैं, बशर्ते वे राष्ट्रीय नागरिक हों और कोई आपराधिक पृष्ठभूमि न हो। अच्छे अकादमिक रिकॉर्ड वाले छात्रों को प्राथमिकता मिलेगी, ताकि वे सेना की डिसिप्लिन के अनुरूप काम कर सकें।
स्टाइपेंड और सुविधाएं
प्रत्येक दिन 1000 रुपये का स्टाइपेंड मिलेगा, जो 75 दिनों में कुल 75,000 रुपये तक पहुंच सकता है। मुफ्त आवास, भोजन और यात्रा भत्ता भी प्रदान किया जाएगा। अंत में सेना का प्रमाणपत्र मिलेगा, जो भविष्य की नौकरियों में मददगार साबित होगा। 60 दिन ऑन-साइट ट्रेनिंग के बाद 15 दिन ऑनलाइन मोड में काम होगा।
आवेदन प्रक्रिया
आधिकारिक पोर्टल पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करें, जहां सीवी, शैक्षणिक प्रमाणपत्र और प्रोजेक्ट विवरण अपलोड करने होंगे। आवेदन की अंतिम तिथि 21 दिसंबर 2025 है, इसलिए जल्दी से फॉर्म भरें। शॉर्टलिस्टिंग के बाद इंटरव्यू होगा, जिसमें तकनीकी कौशल की जांच की जाएगी। चयनित उम्मीदवारों को ईमेल से सूचना मिलेगी।
प्रमुख लाभ
एआई, क्लाउड कंप्यूटिंग, साइबर सिक्योरिटी जैसे आधुनिक क्षेत्रों में अनुभव प्राप्त करें, जो डीआरडीओ या अन्य रक्षा संगठनों में प्रवेश दिला सकता है। सेना अधिकारियों के मार्गदर्शन में काम करने से नेतृत्व क्षमता बढ़ेगी। देश सेवा का अनुभव लेते हुए पेशेवर नेटवर्क मजबूत होगा, जो लंबे समय तक फायदा पहुंचाएगा।
















