
साल के आखिर में छुट्टियों का मौसम आ गया है। 25 दिसंबर को क्रिसमस की धूम के बाद लोग 27 दिसंबर को लेकर बेचैन हैं — क्या इस दिन सरकारी दफ्तर, स्कूल बंद रहेंगे? अच्छी खबर ये है कि 27 दिसंबर को गुरु गोविंद सिंह जयंती मनाई जाती है, और कई राज्यों में इस मौके पर पब्लिक हॉलिडे घोषित हो चुका है। सिख समुदाय के लिए ये दिन बेहद पवित्र है, जब गुरुद्वारों में भजन-कीर्तन और लंगर का आयोजन होता है।
राज्यों के अपने नियम हैं, लेकिन इस बार उत्तर भारत में लंबी छुट्टियों की उम्मीद बन रही है।
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उत्तर प्रदेश में फुल छुट्टी
उत्तर प्रदेश सरकार ने साफ आदेश जारी कर दिया है — 27 दिसंबर को सभी सरकारी कार्यालय, स्कूल और कॉलेज बंद रहेंगे। पहले थोड़ा कन्फ्यूजन था, लेकिन अब ये पब्लिक हॉलिडे लिस्ट में आधिकारिक तौर पर शामिल हो गया है। सभी विभागों को निर्देश हैं कि इस दिन के प्रोग्राम पोस्टपोन कर दें।
अभिभावक खासे खुश हैं, क्योंकि बच्चों को क्रिसमस के बाद भी आराम मिलेगा। यूपी में ये छुट्टी राज्य स्तर पर लागू होगी, जिससे लाखों परिवारों को फायदा।
पंजाब-हरियाणा में गुरु गोविंद सिंह जयंती की धूम
पंजाब और हरियाणा में तो ये जयंती हमेशा से बड़ा त्योहार रही है। दोनों राज्यों में सरकारी दफ्तर और ज्यादातर स्कूल 27 दिसंबर को बंद रहेंगे। हरियाणा में तो कमाल हो गया 25 को क्रिसमस, 26 को शहीद उदham सिंह जयंती, 27 को गुरु गोविंद सिंह जयंती और 28 को रविवार। यानी चार दिन लगातार छुट्टी! गुरुद्वारों में श्रद्धालु सुबह से जमा होने लगेंगे। पंजाब में तो ये दिन राज्य अवकाश की तरह मनाया जाता है, और सड़कों पर भव्य शोभायात्राएँ निकलती हैं।
दिल्ली में क्या होगा? विंटर ब्रेक की उम्मीद
दिल्ली में अभी 27 दिसंबर को छुट्टी की आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है, लेकिन कोहरे और ठंड को देखते हुए विंटर वेकेशन का ऐलान करीब है। क्रिसमस से ठीक पहले स्कूलों को 10-15 दिन की छुट्टी मिल सकती है, जिसमें 27 तारीख शामिल हो जाएगी। सरकारी दफ्तरों पर फैसला केंद्र पर निर्भर करता है, लेकिन गुरु गोविंद सिंह जयंती को कई जगह सम्मान दिया जाता है। अभिभावक अलर्ट रहें शिक्षा विभाग की वेबसाइट चेक करते रहें।
कौन हैं गुरु गोविंद सिंह जी? थोड़ा इतिहास
गुरु गोविंद सिंह जी सिख धर्म के दसवें गुरु थे, जिन्होंने खालसा पंथ की स्थापना की और सिखों को ‘संत-सिपाही’ बनाया। उनका जन्म 1666 में हुआ था, और उन्होंने धर्म, न्याय व स्वाभिमान के लिए जीवन समर्पित किया। 27 दिसंबर को उनकी जयंती पर लोग प्रेरणा लेते हैं।
गुरुद्वारों में कथा-पाठ, कीर्तन और सामूहिक भोज होता है। ये दिन हमें सिखाता है कि साहस और सेवा साथ-साथ चलें।
लंबी छुट्टियों का प्लान कैसे बनाएं
चार-पांच दिन की छुट्टी मिल रही है, तो फैमिली के साथ घूमने का प्लान बनाएं। पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी का मजा लें, या घर पर ही क्रिसमस-न्यू ईयर की तैयारी करें। लेकिन ध्यान रखें ट्रैफिक और कोहरे के कारण सफर में सावधानी बरतें। स्कूलों में होमवर्क का बोझ कम रखें, बच्चों को रिलैक्स करने दें। सरकारी काम निपटाने वालों के लिए ये ब्रेक बोनस जैसा है।
अन्य राज्यों में स्थिति
महाराष्ट्र, गुजरात जैसे राज्यों में सिख बहुल इलाकों में स्थानीय छुट्टियाँ मिल सकती हैं। केंद्र सरकार के दफ्तरों में वैकल्पिक अवकाश का प्रावधान है। असम, उत्तराखंड में भी जयंती को मान्यता मिली हुई है।
















